वाराणसी। अत्यधिक बरसात और उससे उपजी गंदगी के कारण मौसमी बीमारियों का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि हर घर में वायरल बुखार और अतिसार के पीडि़त मिल रहे हैं। इनके बीच डेंगू ने भी लोगों के बीच अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। गुरुवार को एक साथ 21 मरीजों में डेंगू की पुष्टि होने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन संबंधित विभागों की आपात बैठक कर स्थिति को नियंत्रित करने के निर्देश दिए गए।
हैरान करने वाली बात ये है की, 22 अगस्त तक जहां जनपद में डेंगू के केवल 42 रोगियों की पुष्टि हुई थी , वहीं गुरुवार को 21 मरीज मिलने के साथ यह संख्या बढ़कर 74 हो गई। ज्ञात हो कि ज्ञानवापी में तैनात उप-निरीक्षक रामविलास यादव की डेंगू के चलते 25 अगस्त को निजी हास्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं की। लगातार हो रही बारिश ने नगरीय व्यवस्था का दावा करने वाले अधिकारियों को आईना दिखाया है। बावजूद इसके न तो व्यवस्था दुरुस्त हो रही है और न ही महकमों का इस ओर प्रयास ही दिखाई दे रहा है। आमजन अपने घरों में तो सावधानी बरत रहे हैं, लेकिन मोहल्ले या कालोनियों में लगने वाले पानी को निकालने का जिम्मा आखिर किसका है, यह अब भी बड़ा सवाल है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने संबंधित विभागों को आपस में समन्वय बनाते हुए जल्द से जल्द स्थिति पर नियंत्रण का निर्देश दिया। वहीं नगर निगम व जलकल के अधिकारियों को जलभराव वाले क्षेत्रों की समस्या दूर करने की हिदायत दी।
स्वास्थ्य विभाग ने दवा के छिड़काव का किया दावा%3A
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि 38 टीमों को अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय किया गया है। ये टीमें प्रभावित क्षेत्रों में एंटी लार्वल केमिकल का छिड़काव कर रही हैं। अब तक 728 से अधिक मोहल्लों व कालोनियों में एंटी लार्वल का छिड़काव किया गया। वहीं पुष्ट मरीजों के घर के आसपास के 35 से 40 घरों में पाइरेथ्रम का इंडोर स्प्रे किया जा रहा है।
अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर नगवां, भगवानपुर, चितईपुर, छित्तूपुर, कंदवा, करेबा, मंडुआडीह, सामनेघाट, बालाजी नगर, मारूति नगर, गंगोत्री नगर, शिवपुर व सारनाथ को अतिसंवेदनशील घोषित किया है। दावा है कि डेंगू का प्रकोप देखते हुए नगर आयुक्त प्रणय सिंह के निर्देशन में सघन अभियान चलाया जा रहा है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एन .पी सिंह ने बताया कि इन क्षेत्रों में एंटी लार्वल की 84 टीमें व फागिंग की 31 टीमें कार्य कर रही हैं।
सहायता पाने के लिए इन नंबरों पर करें फोन%3A
डेंगू के प्रकोप को देखते हुए सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर में संक्रामक रोग कंट्रोल रूम खोल दिया है। इसमें शहरी क्षेत्र में कहीं भी हुए जल जमाव की जानकारी दी जा सकती है। इसके अलावा फागिंग, सेनेटाइजेशन, दवा छिड़काव कराने की जानकारी भी दी जा सकती है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा.एन .पी सिंह ने बताया ट्रोल फ्री नंबर-1800-18055-67 व पीएनटी नंबर-0542-2720005 व 2221942 पर कभी भी संपर्क किया जा सकता है।
पिछले चार वर्षों में डेंगू के मामले
वर्ष डेंगू
2018 322
2019 522
2020 04
2021 74
डेंगू के लक्षण ऐसे पहचाने%3A
- तेज बुखार आना और ठंड लगना।
- रक्तचाप सामान्य से कम हो जाना।
- मांसपेशियों, जोड़ों, सिर और शरीर में दर्द।
- शारीरिक कमजोरी, भूख न लगना।
- शरीर पर रैशे भी हो सकते हैं।
- तेज बुखार 3-4 दिनों तक रहता है।
- कई बार पेट दर्द व उल्टी की शिकायत।
रोकथाम के लिए क्या करें?
- मच्छरों को पैदा होने से रोकें।
- घर के आसपास जलजमाव न होने दें।
- कूलर के पानी को हर हफ्ते बदलें।
- गमले और डिब्बे, टायरों और पुराने बर्तनों में पानी जमा न होने दें।
- घर में साफ-सफाई रखें, संभव हो तो घर में मॉस्किटो रेपेलेंट का छिड़काव करें।
- मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें।
Posted On:Friday, August 27, 2021